कभी कुवैत में भी चलते थे अठन्नी, चवन्नी और आना… PM मोदी ने बताया- ‘मिनी हिंदुस्तान’
कुवैत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दो दिवसीय कुवैत दौरे के लिए रवाना हुए, रविवार की शाम को पीएम मोदी वापस भारत लौट आएंगे. किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह कुवैत दौरा 42 साल बाद हुआ है. इस मौके पर पीएम मोदी ने कुवैत के अंदर कई अहम प्रोग्राम्स में हिस्सा लिया. साथ ही उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने भारत और कुवैत रिश्तों के बारे में बताया. पीएम मोदी के इस दौरे के दौरान आपको यह बताएंगे कि एक समय था जब कुवैत में भारतीय रुपया ठीक उसी तरह चलता था जिस तरह भारत में चलता है.
कुवैत में क्या बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहर के शेख साद अल अब्दुल्ला इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित खास प्रोग्राम ‘हला मोदी’ में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा,’हर साल सैकड़ों भारतीय कुवैत आते हैं; आपने कुवैत के समाज में भारतीयता का तड़का लगाया. आपने कुवैत के ‘कैनवास ’ को भारतीय कौशल के रंगों से भर दिया है. आपने कुवैत में भारत की प्रतिभा, तकनीक और परंपरा का मसाला घोल दिया है.’ पीएम मोदी ने यहां बड़ी तादाद में भारतीयों की मौजूदगी को देखते हुए इसे ‘मिनी हिंदुस्तान’ भी करार दिया.
भारत-कुवैत के वर्तमान रिश्ते
भारत और कुवैत के रिश्ते काफी घनिष्ठ हैं. जब पिछले समय को जाकर देखते हैं तो पता चलता है कि भारत और कुवैत के बीच रिश्तों का आगाज समुद्री व्यापार से हुआ था. वर्तमाल हालात ये हैं कि भारत से कुवैत को होने वाला निर्यात 2 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. इसके अलावा भारत में कुवैत का निवेश इस समय 10 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा है. कुवैत भारत के रिश्तों की गहराई का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि एक समय था जब कुवैत के अंदर भी भारतीय रुपया चलता था.
कुवैत में चलता था भारतीय रुपया
कुवैत जिसकी करंसी इस समय दुनिया में सबसे मजबूत है, वहां कभी भारतीय रुपया चलता था. जी हां 60-65 साल पहले कुवैत में भारतीय रुपये का इस्तेमाल बिल्कुल इसी तरह किया जाता था जैसे भारत में किया जाता है. PIB की वेबसाइट के मुताबिक उस समय अगर कोई कुवैत की किसी दुकान से कुछ खरीदता था, तो उसे भारतीय रुपये मुद्रा के रूप में स्वीकार किए जाते थे. ‘रुपिया’, ‘पैसा’ और ‘आना’ जैसे शब्द जो भारतीय मुद्रा शब्दावली का हिस्सा थे, वे कुवैत के लोगों के लिए बहुत आम थे. एक जानकारी के मुताबिक भारतीय रुपया का इस्तेमाल ना सिर्फ कुवैत बल्कि बहरीन, कतर, ट्रूशियल स्टेट्स और ओमान में आधिकारिक मुद्रा के रूप में किया जाता था.