दूसरों के डॉक्यूमेंट पर सटोरियों के बैंक खाते:UP और महाराष्ट्र के सटोरियों से जुड़े तार, 11 गिरफ्तार
रायपुर
रायपुर पुलिस ने कुछ सटोरियों को पकड़ा है। ये दूसरे लोगों के डॉक्यूमेंट के आधार पर बैंक में खाते खुलवाते थे। इसके बाद उन अकाउंट्स में सट्टे की रकम का लेन-देन होता था वो भी करोड़ों में। शनिवार को इस मामले में पुलिस ने 13 लोगों को पकड़ा था। अब रविवार को इनके अन्य 11 साथी और गिरफ्तार हुए हैं।
इस बार नागपुर, गोंदिया, यूपी से भी सटोरिए पकड़े गए हैं। ये बदमाश लोगों को लोन दिलाने सहित अनेक लुभावने स्कीम बताकर डाॅक्यूमेंट लिया करते थे, फिर बैंक अकाउंट खुलवाकर खातें का अवैध धंधे के लिए इस्तेमाल करते थे। गिरफ्तार युवकों के पास से पुलिस को 30 मोबाईल फोन, 2 लैपटॉप, विभिन्न कम्पनियों के सिम कार्ड, अलग-अलग बैंक के 2 पासबुक, 38 चेकबुक और 38 नग ए.टी.एम. कार्ड मिले हैं।
रायपुर के SSP प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि पहले गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि उनके अन्य साथियों द्वारा नागपुर महाराष्ट्र में भी ऑनलाईन सट्टे का धंधा ऑपरेट किया जाता है। पुलिस की एक टीम नागपुर पहुंची वहां से 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पकड़े गए युवकों में जितेन्द्र साहू , प्रथम मूलचंदानी निवासी गोंदिया महाराष्ट्र,काली केवलानी, हितेश दलवानी,आकाश ठाकुर,प्रकाश आहूजा, राहुल शुक्ला,अंकित पाण्डेय निवासी प्रयागराज उत्तर प्रदेश, आयुष जैन, प्रदीप पटेल और राम लालवानी शामिल हैं।
ऐसे लिया झांसे में
अरूण जाल खमतराई इलाके में रहते हैं। वैल्डिंग का काम करने वाले अरुण की पत्नी रजत अग्रवाल नाम के व्यक्ति के घर पर काम करती थी। अग्रवाल ने कहा कि उसे अर्जेन्ट में बैक खाता खुलवाना है। अपने डॉक्यूमेंट दे दो बाद में खाता उन्हें सौंप देगा। जब अरुण जाल ने बैंक जाकर बात की तो पता चला कि लगातार बड़ी रकम के ट्रांजैक्शन होने से अकाउंट बंद किया गया है। ट्रांजैक्शन के बारे मे पूछा तो रजत अग्रवाल टाल-मटोल करने लगा, मामले में जाल ने थाने जाकर शिकायत की। रजत के जरिए पहले 7 और अब 11 लोगों तक पहुंची है।