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वाराणसी सामूहिक हत्याकांड: नया खुलासा… 24 अक्तूबर से बंद था विक्की का फोन; वारदात से एक दिन पहले तक था यहां

वाराणसी

वाराणसी के भदैनी में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या के मामले में शक के घेरे में आए बड़े भतीजे विशाल गुप्ता उर्फ विक्की की तलाश में पुलिस की एक टीम अहमदाबाद में डेरा डाले हुए है। पुलिस को पता लगा है कि विक्की 23-24 अक्तूबर से ही अपने मोबाइल नंबर स्विच्ड ऑफ कर दिया था। वह वारदात के एक दिन पहले यानि चार नवंबर तक बनारस में ही था। तीन नवंबर को वह बनारस से नहीं गया था। भदैनी निवासी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, उसकी पत्नी नीतू और बच्चों नमनेंद्र, सुबेंद्र व गौरांगी का शव पांच नवंबर को उनके घर में मिला था।

कृष्णा का बड़ा बेटा विक्की लापता
पांचों की गोली मारकर हत्या की गई थी। राजेंद्र पर उसके पिता, छोटे भाई व उसकी पत्नी और एक चौकीदार की हत्या का आरोप था। वारदात के बाद से ही राजेंद्र के छोटे भाई कृष्णा का बड़ा बेटा विक्की लापता है। पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद विक्की का अब तक पता नहीं लग सका है। राजेंद्र की मां शारदा देवी ने पुलिस को बताया कि विक्की अपने बड़े पापा की हत्या की बात कहता था। उन्होंने कहा कि विक्की चार नवंबर तक वाराणसी में ही था। उधर, पुलिस की जांच में सामने आया कि एमसीए की पढ़ाई किया हुआ विक्की अहमदाबाद में सॉफ्टवेयर डेवलेपर का काम करता था।

विक्की की तलाश में जुटी पुलिस
अहमदाबाद में विक्की के ऑफिस के सहकर्मियों, फ्लैट के आसपास के पड़ोसियों और उसके जानने वालों की मदद से पुलिस उसका पता लगाने का प्रयास कर रही है। इस संबंध में डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि पुलिस टीमें विक्की की तलाश में प्रयासरत हैं। उसके दोस्तों से संपर्क किया जा रहा है। उम्मीद है कि वह जल्द गिरफ्त में होगा।

राजेंद्र के घर फिर पहुंचे डीसीपी काशी जोन
डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल शुक्रवार की दोपहर एक बार फिर राजेंद्र के भदैनी स्थित घर पहुंचे। उन्होंने राजेंद्र की मां शारदा देवी से घटना के संबंध में एक बार फिर बातचीत की। विक्की और राजेंद्र व उसके परिवार के संबंध के बारे में पूछा। उन्होंने वृद्धा शारदा देवी को ढाढ़स भी बंधाया और स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए कहा।

वाराणसी में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या
वाराणसी में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। भदैनी इलाके में एक बहुमंजिला मकान के अलग-अलग तल से मंगलवार को एक महिला, उसके दो बेटों और एक बेटी का शव मिला था। जबकि घटनास्थल से लगभग 14 किलोमीटर दूर मीरापुर रामपुर स्थित निर्माणाधीन मकान में महिला के पति का अर्धनग्न शव बेड पर मिला। उसे भी गोली मारी गई थी। पांचों की कनपटी और सीने में गोली मारी गई थी।

दोनों ही घटनास्थल से मिले खोखा के आधार पर पुलिस दावा कर रही है कि पांचों लोगों की हत्या में .32 बोर की पिस्टल का इस्तेमाल किया गया। पुलिस पुराने विवाद और घटनाओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। परिवार के मुखिया मृत राजेंद्र पर अपने पिता, छोटे भाई और उसकी पत्नी के साथ ही एक चौकीदार की हत्या का आरोप था।

फ्लैट में रहता था राजेंद्र गुप्ता का परिवार
जानकारी के अनुसार, भदैनी पावर हाउस के सामने की गली में राजेंद्र गुप्ता (56) का पांच मंजिला (भूतल और चार मंजिला) मकान है। मकान के अगले हिस्से में प्रथम, द्वितीय और तृतीय तल पर राजेंद्र का एक-एक फ्लैट है। जबकि, अन्य फ्लैट और उससे सटे टिनशेड में 40 किरायेदार रहते हैं। राजेंद्र के साथ घर में मां शारदा देवी के अलावा उसकी दूसरी पत्नी नीतू (45), बेटे नमनेंद्र (24) व सुबेंद्र (15) और बेटी गौरांगी (17) रहते थे।

सफाई करने वाली आई तो हुआ हत्याकांड का खुलासा
मंगलवार की सुबह 11 बजे घर की सफाई करने के लिए रीता देवी प्रथम तल स्थित फ्लैट पर पहुंची। दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इस बीच रीता ने धक्का दिया तो दरवाजा खुल गया। अंदर जाने पर रीता ने देखा कि नीतू फर्श पर खून से लथपथ निढाल पड़ी थी। वह भाग कर दूसरे तल पर स्थित फ्लैट में गई तो वहां एक कमरे में नमनेंद्र फर्श पर खून से लथपथ पड़ा था और गौरांगी एक कोने में मृत पड़ी थी।

वहीं, सुबेंद्र का शव बाथरूम में मिला। सूचना पाकर पुलिस पहुंची तो राजेंद्र घर पर नहीं था। राजेंद्र के मोबाइल नंबर को पुलिस ने सर्विलांस की मदद से ट्रैक करना शुरू किया तो उसकी लोकेशन मीरापुर रामपुर गांव में मिली। पुलिस वहां पहुंची तो निर्माणाधीन मकान के एक कमरे में मच्छरदानी लगे बिस्तर पर राजेंद्र निढाल पड़ा था।

हत्या, दो शादी और एक महिला से करीबी
पुलिस के अनुसार, राजेंद्र पर उसके पिता व एक चौकीदार के साथ ही छोटे भाई व छोटे भाई की पत्नी की हत्या का आरोप था। ये घटना वर्ष 1997 की है। इसी आरोप में राजेंद्र जेल भी गया था। पुलिस के मुताबिक, राजेंद्र ने दो शादी की थी। हाल के दिनों में एक अन्य महिला से भी उसकी करीबी बढ़ी थी। राजेंद्र की पहली पत्नी अपने बेटे के साथ कई साल से पश्चिम बंगाल के आसनसोल रहती है।

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