छत्तीसगढ़

पुलिस पेट्रोल पंप में चल रही खुलेआम लूट! महिला ने 400 रुपए का पेट्रोल डलवाया, डाला गया सिर्फ 50 का, CCTV में जेब में नोट डालते दिखा कर्मचारी

​​​​​​​भिलाई

पुलिस वेलफेयर पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने पेट्रोल डालने के नाम एक महिला ग्राहक के साथ धोखाधड़ी की है। महिला से 400 रुपए लिए लेकिन पेट्रोल सिर्फ 50 रुपए का डाला। पेट्रोल डलाने के बाद जब महिला कुछ दूर गई और उसकी स्कूटी का कांटा नहीं शो किया तो वो वापस पेट्रोल पंप पहुंची और पेट्रोल चेक करने की बात कहने लगी। इस पर वहां के कर्मचारियों ने महिला से हुज्जतबाजी की। इसके बाद महिला ने मामले की शिकायत सिटी एएसपी से की है। लक्ष्मी ने अपनी शिकायत में सिटी एएसपी संजय ध्रुव को बताया कि वह रिसाली आजाद मार्केट की रहने वाली है। लक्ष्मी 11 अक्टूबर को अपनी स्कूटी में पेट्रोल डलवाने के लिए सेक्टर-6 स्थित पुलिस वेलफेयर पेट्रोल पंप गई थी। वहां उसने 400 रुपए पेट्रोल पंप कर्मचारी को देकर तेल डालने के लिए कहा। तेल डाल रहा कर्मचारी उसके साथ धोखाधड़ी कर सके इसके लिए उनके महिला का ध्यान भटकाने की कोशिश की। उसने महिला से कहा कि उसका मोबाइल बज रहा है। जैसे ही महिला स्कूटी की डिक्की की तरफ देखकर अपना मोबाइल निकालने लगी तो पेट्रोल पंप कर्मचारी ने मात्र आधा लीटर पेट्रोल डालकर मशीन को बंद कर दिया और कहा कि पेट्रोल डल गया। महिला ने पुलिस पेट्रोल पंप होने के नाते विश्वास में वहां से चली गई। इसके बाद जैसे ही वह कुछ दूर गई तो देखा कि स्कूटी का फ्यूल मीटर कम पेट्रोल शो कर रहा है। इस पर महिला वापस पेट्रोल पंप पहुंची और इसकी शिकायत वहां के कर्मचारियों से की। महिला ने शिकायत में बताया कि जब उसने वहां के कर्मचारियों से गाड़ी का सारा पेट्रोल निकालकर नापने की बात कही तो उन्होंने उसके साथ झगड़ा करना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद जब पंप के अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने सीसीटीवी फुटेज चेक करवाया। फुटेज में साफ दिखाई दिया की महिला ने पेट्रोल डालने वाले कर्मचारी दिलेश्वर कुमार ठाकुर को दो-दौ सौ के दो नोट दिए। दिलेश्वर ने उसमें से उसने एक नोट जेब में डाल लिया और दूसरा हाथ में पकड़े रहा। इस दौरान उसने अपने दूसरे साथी से इशारों में बात की और दोनों एक दूसरे को देखकर हंसे भी। इस मामले में एडिशनल एसपी सिटी संजय ध्रुव का कहना है कि उनके पास शिकायत आई है। वह इसकी जांच करा रहे हैं। जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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