बंगाल में युवक-युवती को TMC नेता ने सरेआम पीटा, ममता राज पर BJP ने उठाए सवाल
पश्चिम बंगाल के चोपड़ा में एक टीएमसी नेता का युवक-युवती को सरेआम पीटते हुए वीडियो वायरल हुआ है. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित मालवीय ने ममता बनर्जी के शासन पर सवाल उठाया है. हालांकि टीवी 9 हिंदी ने वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की है. आरोप है कि युवक और युवती के बीच विवाहेतर संबंध थे. पहले टीएमसी नेता युवती को छड़ी से पीटता दिख रहा है और फिर उसने युवक को भी पिटाई की. सब लोग देख रहे थे, लेकिन कोई उसे बचाने के लिए आगे नहीं आया. पूरी दुनिया अफगानिस्तान में ऐसा नजारा देखने की आदी है. लेकिन ये नजारा अब बंगाल में दिखा है. तालिबानी अंदाज युवक-युवती को सरेआम पीटा जा रहा है.
आरोपी टीएमसी नेता जेसीबी के नाम से इलाके में महशूर है. जेसीबी चोपड़ा काफी प्रभावशाली तृणमूल नेता हैं. नाम है तजेमुल. वह विधायक हमीदुर्रहमान का करीबी है.
विधायक के करीबी होने के कारण उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा ब्लॉक के लक्ष्मीपुर ग्राम पंचायत का वह सर्वेसर्वा है. कोई भी स्थानीय निवासी कैमरे पर उनके बारे में मुंह नहीं खोलना चाह रहा है. हर कोई डरा हुआ है. यहां तक कि स्थानीय निवासी भी उसके डर से पुलिस प्रशासन तो दूर, मीडिया के सामने भी मुंह नहीं खोलना चाहते. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जेसीबी के खिलाफ कई हत्या के मामले दर्ज हैं.
अवैध संबंध के लगे हैं आरोप
जेसीबी पर विवाहेतर संबंध रखने के आरोप में एक महिला को सड़क पर फेंकने और तालिबानी अंदाज में पीटने का आरोप है. वायरल वीडियो में यह भी दिख रहा है कि वह जब डंडे से पीट रहा था तो उसके आसपास के लोग खड़े होकर देखते रहे.
पता चला है कि किसी शख्स ने चोरी-छिपे अपने मोबाइल फोन से वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. अब डर के कारण वह गांव से बाहर चला गया है और कई लोगों ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया. कथित तौर पर दबाव में आकर सभी ने वह पोस्ट डिलीट कर दी.
अमित मालवीय ने कानून-व्यवस्था पर उठाये सवाल
भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट किया कि वीडियो में जो व्यक्ति महिला को बेरहमी से पीट रहा है, उसका नाम तजेमुल (इलाके में जेसीबी के नाम से मशहूर) है. वह अपनी ‘इंसाफ’ सभा के जरिए त्वरित न्याय देने के लिए मशहूर है और चोपड़ा विधायक हमीदुर रहमान का करीबी सहयोगी है.
भारत को टीएमसी द्वारा संचालित पश्चिम बंगाल में शरिया अदालतों की वास्तविकता से अवगत होना चाहिए. हर गांव में एक संदेशखाली है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महिलाओं के लिए अभिशाप हैं. बंगाल में कानून-व्यवस्था का नामोनिशान नहीं है. क्या ममता बनर्जी इस राक्षस के खिलाफ कार्रवाई करेंगी या शेख शाहजहां की तरह उसका बचाव करेंगी?
चोपड़ा के विधायक हमीदुर रहमान ने कहा कि मैंने यह वीडियो व्हाट्सएप पर देखा. 1 घंटे पहले वीडियो देखा. मैंने जेसीबी को बुलाया है. बीजेपी सांसद शमिक भट्टाचार्य ने कहा, ”बंगाल में ऐसी कई घटनाएं हैं. लेकिन अपराध दबा दिये जाते हैं. बारासात के एक बेटे ने दूसरे धर्म की लड़की से शादी की. जब वह अपने एक साल के बेटे से मिलने ससुराल गया तो उसे जिंदा जला दिया गया. वैन चालक उसे एक नर्सिंग होम ले गया. अब मामला हाईकोर्ट में चल रहा है. ऐसी घटनाएं हो रही हैं.