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जांजगीर चांपा

नही रूका हैं कोटमी सोनार से गायों की तस्करी

अकलतरा

अकलतरा के सबसे बड़े और विवादों का गढ़ कोटमी सोनार में गायो की तस्करी अब भी की जा रही है । मस्तुरी के गौ सेवको द्वारा फिर से दो बार गायों को तस्करी होने से बचाया गया ।गौ सेवको ने बताया कि 2 दिन पहले पाराघाट चेक डैम के पास लगभग 10 गायों को बछड़े सहित बांधकर रखा गया था जिसकी सूचना किसी ने मस्तुरी के गौ सेवकों को दी तब उन्होंने उन गायों को रात में जाकर पाराघाट चेक डैम के पास उस स्थान से छुड़ाया और उसे मस्तूरी के परसदा के गोठन में रखा और इसकी सूचना मस्तुरी पुलिस को दी है । उन्होंने बताया कि आज रात 17 अगस्त को लगभग 2:00 बजे हमें किसी ने सूचना दी की कोटमी सोनार मे फिर से गायों की तस्करी लीलागर नदी पुल के नीचे बने पुराने ठिकाने से की जा रही है । गौ सेवकों ने रात 2:30 बजे कोटमी सोनार गए । जब वे गाय तस्करो को पकड़ने कोटमी सोनार पहुंचे तब तक तस्कर गायों को कंटेनर में भरकर राशि पावर प्लांट की ओर आ रहे थे । गौ सेवको ने कंटेनर को रुकवाया तब कंटेनर को चलाने वाले ड्राइवर और बाकी लोग भाग खड़े हुए । गौ सेवको ने देखा कि उस कंटेनर में लगभग 15 गाये थी और यह सभी गाय अच्छे नस्ल की दिखाई दे रही थी । गौ सेवको ने इस बात की सूचना मस्तुरी पुलिस को दी और गायों को परसदा के गोठान में ले जाया गया और वहां उन्हें रखवाया गया है । ऐसा माना जा रहा था कि पिछली बार नेशनल हाईवे के पास बड़े कंटेनर में 28 भैंसों के पकड़े जाने के बाद यह तस्करी बंद हो चुकी है लेकिन मस्तरी के गौ सेवकों के द्वारा कई बार गाय तस्करो को गाय तस्करी करते हुए पकड़ा गया है जिससे पता चल रहा है कि अब भी क्षेत्र में गायों की तस्करी चल रही है और इस तस्करी में गांव के किसी व्यक्ति का हाथ भी बताया जा रहा है । कोटमी सोनार में गांव में शांति व्यवस्था के मद्देनजर अकलतरा पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है ।

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