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3 दिन में 16 मौतें, न खाने का ठिकाना, न रहने का इंतजाम… गुजरात में बाढ़ का कोहराम

सूरत

गुजरात में आज भी कई जगह पर बारिश का कहर जारी है. 24 घंटों में सबसे ज्यादा बारिश गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में हुई है. 12 इंच से ज्यादा बारिश द्वारका जिले में दर्ज की गई है. भारी बारिश के कारण द्वारका जाने के कई रास्ते बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. जामनगर जिले में भी बाढ से हालात खराब हैं. कई जगहों पर लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा हे. कोस्टगार्ड ने समुद्र में से 13 मछुमारओं को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया. जामनगर में आज भी लोगों का हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू जारी है.

द्वारका और जामनगर के बाद सबसे ज्यादा बाढ़ से हालात खराब हैं तो वो वडोदरा जिले के हैं. वडोदरा में आज भी बाढ़ का पानी जैसे का तैसा ही है. विश्वामित्री नदी के पानी ने शहर में तबाही मचाई हुई है. वडोदरा के सयाजीगंज, अकोटा, हरणी, कारेलीबाग, समा, वेमाली, ओपी रोड, तांदलजा, राओपुरा, अलकापुरी, प्रताकगंज जैसे विस्तारों में आज भी बाढ़ से लोग जूझ रहे हैं. स्थानीय लोगों को खाने-पीने की चीजों के लिए भी दिक्कत हो रही है. प्रभारी मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बुधवार को वडोदरा में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया.

आज CM भूपेंद्र पटेल ने की इमरजेंसी बैठक
बुधवार को स्टेट इमरजेंसी कंट्रोल सेंटर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बैठक बुलाई. सभी कलेक्टर और कमिशनर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्थिति की समीक्षा की. मोरबी-कच्छ हाईवे पर बाढ़ के कारण रास्तों की हालात बहुत बिगड़ी हुई है. रास्ते पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. छोटा उदेपुर जिले में एक लड़की का SDRF ने रेस्क्यू किया. राजकोट के धोराजी, उपलेटा, जेतपुर में भी कुछ लोग फंसे थे, जिनको सही सलामत बहार निकाला गया.

बारिश-बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों की मदद
बारिश और बाढ़ के चलते कई समाजसेवी लोग और सेवा भावी संस्था प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं. फूड पैकेज और सामान लोगों तक पहुंचा रहे हैं. केंद्र सरकार ने भी सभी जरूरी मदद के लिए आश्वासन दिया है. दाहोद जिले में तो स्थिति और भी खराब है. तीन दिन में हुई भारी बारिश से जिले में तबाही मच गई है. 16 नदियां, 83 झीलें और सात डैम ओवरफ्लो हो गए हैं. भारी बारिश में 14 जानवरों की मौत हो गई है, छह लोगों को बचाया गया है. तेज हवाओं के साथ भारी बारिश के कारण 408 कच्चे घर ढह गए हैं. बारिश के कारण दो लोगों की मौत हुई है.

अब तक 16 लोगों की हुई मौत
बारिश और बाढ़ की घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़ गई है. बीते मंगलवार को नौ और लोगों की मरने की खबर सामने आई थी. इस प्रकार अभी तक कुल 16 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. आणंद जिले में मंगलवार को दीवार ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई थी. महिसागर जिले में दो, खेड़ा और अहमदाबाद में दीवार ढह जाने की घटनाओं में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. जूनागढ़ और भरूच जिले में बारिश के कारण भरे पानी में डूबने से एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.

8 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों से 8,500 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. रेक्स्यू ऑपरेशन के लिए NDRF, SDRF, सेना, वायुसेना और भारतीय तटरक्षक बल को बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू के लिए लगाया गया है. राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) ने आंकड़े जारी कर बताया कि सौराष्ट्र क्षेत्र के कई जिलों खासतौर पर देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर और राजकोट में 24 घंटे की अवधि में बहुत भारी बारिश हुई. द्वारका जिले की खंभालिया तालुका में 454 मिलीमीटर (मिमी) वर्षा हुई, इसके बाद जामनगर में 387 मिमी और जामनगर की जामजोधपुर तालुका में 329 मिमी बारिश हुई.

गुजरात में जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त
एसईओसी के मुताबिक, इस अवधि के दौरान राज्य की 251 तालुकाओं में से 13 में 200 मिमी से अधिक और 39 में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. साथ ही निचले इलाकों में जलभराव हो गया. वैसे तो वडोदरा में बारिश रुक गई है, लेकिन विश्वामित्री नदी में बाढ़ आने से शहर के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं. हालांकि NDRF, SDRF और अन्य एजेंसियों का राहत-बचाव अभियान जारी है. बाढ़ सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि मोरबी, आणंद, द्वारका, राजकोट और वडोदरा में राहत एवं बचाव के लिए सेना की पांच-पांच टुकड़ियों को तैनात किया गया है.

बारिश और बाढ़ का यातायात पर असर
बारिश और बाढ़ के चलते गुजरात में में 137 जलाशय, झीलें और 24 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है. पश्चिम रेलवे ने बताया कि बारिश के कारण सड़कें और रेलवे लाइन जलमग्न हो गईं है, जिससे यातायात और ट्रेनों की आवाजाही भी बाधित हुई है. मुंबई जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस समेत आठ ट्रेनें रद्द कर दी गईं और 10 अन्य ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं.

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