छत्तीसगढ़जांजगीर चांपा

जांजगीर-चांपा: भ्रष्टाचार मामले में कोटमी सोनार की सरपंच रामिन बाई व सचिव कुरैशी हुये निलंबित

जांजगीर-चांपा। अकलतरा जनपद के सबसे बड़े गांव कोटमी सोनार में 15वे वित्त योजना की राशि वर्ष 2022-23 एवं 23 – 24 में हुए भ्रष्टाचार में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अकलतरा द्वारा चार सदस्य टीम बनाकर जांच किया गया, जिस पर जांच दल द्वारा जांच में पाया गया कि ग्राम कोटमी सोनार के सरपंच श्रीमती रामिन बाई एवं सचिव मोहम्मद इलाही कुरैशी द्वारा 25 लाख 13528 की राशि पंचायत के बिना प्रस्ताव, बिना कार्य कराए, आहरण कर गबन कर लिया गया, जनपद पंचायत अकलतरा द्वारा जांच रिपोर्ट तैयार कर वैधानिक कार्यवाही के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अकलतरा को प्रेषित किया गया , जिस पर अनु विभागीय अधिकारी राजस्व अकलतरा द्वारा कार्यवाही करते हुए दिनांक 3 दिसंबर 2024 के अपने आदेश सरपंच श्रीमती रामिन बाई नेताम को सरपंच ग्राम पंचायत कोटमी सोनार के पद से निलंबित कर दिया.

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अकलतरा को छ ग़ पंचायत राज अधिनियम के प्रावधान के अनुरूप राशि की वसूली करने का आदेश जारी कर दिया गया।एक ही योजना में 25 लाख रुपए से अधिक की राशि गबन का मामला अत्यंत गंभीर विषय है। मामले की जानकारी होने पर ग्राम पंचायत कोटमी सोनार के उप सरपंच एवं पंचों द्वारा गबनकर्ता सरपंच एवं सचिव एफ आई आर दर्ज करने उपसरपंच सुनीता द्वारा अकलतरा थाने में आवेदन पत्र, जांच प्रतिवेदन एवं पंचायत के प्रस्ताव जमा करके सरपंच एवं सचिव पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की एवं 25 अक्टूबर 2024 को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अकलतरा कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया था।

अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अकलतरा श्री विक्रांत अन्चल ने ग्राम पंचायत कोटमी सोनार में 15वे वित्त योजना में हुए 25 लाख रुपए की भ्रष्टाचार एवं गबन पर कार्यवाही करते हुए सरपंच श्रीमती रामिन बाई नेताम को निलंबित कर गबन राशि वसूली करने का आदेश पारित कर दिया गया है।सरपंच के निलंबन कार्यवाही पर उपसरपंच श्रीमती सुनीता रात्रे ने कहा कि राज्य और केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के सुशासन, पारदर्शिता और विश्वसनीय की सरकार है जो भ्रष्टाचार मुक्त राज्य और देश बनाने की कल्पना करती है ऐसे में एक ही पंचायत में 25 लाख से अधिक की राशि का भ्रष्टाचार कर गबन कर्ताओं पर कार्यवाही होना ही था। सच्चाई की जीत हुई।

विवादों से नाता रखने वाले पंचायत सचिव मोहम्मद इलाही कुरैशी ने पूर्व में सचिव संघ को झांसा में लेकर अपने पक्ष में हड़ताल करने मजबूर कर दिए थे और उन्हें आश्रय मिला और पद में बने रहे बावजूद अपने क्रियाकलाप पर नहीं सुधारा और अंततः निलंब की नौबत आ गई। क्या अब सचिव संघ पुनः उनके पक्ष में हड़ताल कर भ्रष्टाचार की दलदल से मोहम्मद इलाही कुरैशी को बचाने प्रयास करेगी या अब संगठन का दामन हमेशा के लिए छूट जाएगा।

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